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खाताधारक ने IDFC First Bank बड़वाह और BOI सनावद शाखा पर लगाए गंभीर आरोप, पुलिस में की शिकायत
बड़वाह,मध्यप्रदेश /द इंडिया स्पीक्स
क्षेत्र में बैंकिंग व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने वाला एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां हरिकरण पटेल नामक खाताधारक के खाते से ₹3 लाख रुपये अज्ञात व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए। इस मामले में खाताधारक ने IDFC First Bank की बड़वाह शाखा और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) की सनावद शाखा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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क्या है पूरा मामला?
हरिकरण पटेल ने बताया कि उन्होंने 6 मार्च 2025 को त्रिलोक चंद्र केवट को कृषि भूमि क्रय के लिए ₹3 लाख का एक चेक (क्रमांक 000003) जारी किया था। यह चेक बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में जमा किया गया।
लेकिन आरोप है कि बैंक ने चेक की प्रोसेसिंग में जानबूझकर देरी की और 13 दिन बाद यानी 19 मार्च को खाताधारक के IDFC खाते से ₹3 लाख रुपये काट लिए।
हैरानी की बात यह रही कि यह रकम त्रिलोक चंद्र के खाते में न जाकर, “शक्ति सिंह पिता रंजीत” नामक एक अज्ञात व्यक्ति के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई।
वहीं, त्रिलोक के खाते के स्टेटमेंट में 20 मार्च तक यह चेक बाउंस दिख रहा था, जबकि शक्ति सिंह के खाते में राशि 19 मार्च को ही जमा हो चुकी थी।
खाताधारक का आरोप है कि यह पूरा मामला बैंकिंग सिस्टम की घोर लापरवाही और अमानत में ख्यानत को दर्शाता है।
शिकायते भी हुई नजरअंदाज
पटेल ने 21 अप्रैल 2025 को ऑनलाइन शिकायत दर्ज की थी, लेकिन बैंक द्वारा बिना कोई समाधान दिए ही शिकायत बंद कर दी गई। इसके बाद 21 मई को दोनों बैंकों को लीगल नोटिस भेजा गया, जिसका भी कोई उत्तर नहीं मिला।
बाद में खाताधारक ने 6 जून को बड़वाह थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बैंकिंग प्रणाली और ग्राहकों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए हैं।

बैंक प्रबंधन ने क्या कहा?
इस मामले में The India Speaks की टीम ने जब IDFC First Bank बड़वाह के मैनेजर से बात की, तो उन्होंने कहा,
“हमने लीगल नोटिस का उत्तर दे दिया है और अपनी ओर से कोई लापरवाही नहीं की है। हम पूरी ईमानदारी से काम करते हैं।”

क्या बैंकिंग व्यवस्था पर संकट है?
यह मामला बैंकिंग सुरक्षा, पारदर्शिता और ग्राहकों की पूंजी की सुरक्षा पर गहरा प्रश्न चिन्ह लगाता है। यदि ग्राहक के खाते से बिना वैध क्लियरेंस के धन निकाल कर किसी अज्ञात खाते में ट्रांसफर किया जा सकता है, तो आम नागरिक की मेहनत की कमाई बैंक में कितनी सुरक्षित है?