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नेहरू मार्केट से लेकर आखीपुरा तक बिना नोटिस के सामान जब्ती, गरीबों और पिछड़े वर्गों को बनाया गया निशाना?
करही (विशेष रिपोर्ट)। प्रभु रंसोरे | द इंडिया स्पीक्स
नगर परिषद करही इन दिनों अतिक्रमण हटाने के नाम पर सवालों के घेरे में आ गई है। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों का आरोप है कि परिषद ने 22 जुलाई को अचानक आखीपुरा से लेकर नेहरू मार्केट तक बिना किसी लिखित सूचना या नोटिस के दुकानदारी और ठेले वालों का सामान उठाकर ले जाना शुरू कर दिया। लोगों का कहना है कि परिषद के सुपरवाइजर और कर्मचारी साफ-सफाई के बहाने गुंडागर्दी करते नज़र आए, और उन्होंने “साहब का आदेश है” कहकर कई लोगों के बैनर, छतरियां, फर्नीचर व सामान जब्त कर लिया।
“चयनित कार्यवाही” का आरोप, मेन मार्केट को छोड़ा गया
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स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह कार्यवाही एकतरफा और पूर्व नियोजित थी। नगर परिषद की टीम ने जहां आखीपुरा और पाड़लिया जैसे गरीब बहुल इलाकों में कार्रवाई की, वहीं मुख्य बाजार – नेहरू मार्केट से चांदनी चौक तक – को पूरी तरह अनदेखा किया गया। लोगों का सवाल है कि जब सबसे ज्यादा अतिक्रमण इसी हिस्से में है, तो फिर वहां पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
राजनीति और जातिगत भेदभाव की भी झलक?
व्यापारियों का दावा है कि नगर परिषद की कार्रवाई में जातिगत पक्षपात साफ नजर आया। जब्त किए गए अधिकतर ठेले, बैनर और दुकानें अनुसूचित जाति और गरीब वर्ग के लोगों की थीं, जबकि उच्च जाति के लोगों के अतिक्रमण को पूरी तरह से अनदेखा किया गया। एक स्थानीय नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,
“यह सिर्फ अतिक्रमण हटाना नहीं, बल्कि एक नियोजित सामाजिक और राजनीतिक भेदभाव है। करही में जातिवाद खुलेआम हावी है।”

पिछली घटनाओं से जुड़ा है मामला
यह पहली बार नहीं है जब नगर परिषद पर पक्षपात के आरोप लगे हैं। कुछ दिन पहले नेहरू मार्केट में हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में भी भेदभाव की बातें सामने आई थीं। अब जब गरीब वर्ग पर लगातार कार्यवाही हो रही है और दूसरी ओर नेहरू मार्केट जैसे पॉश क्षेत्रों को बख्शा जा रहा है, तो लोगों का आक्रोश फूटना स्वाभाविक है।
प्रशासन मौन, नागरिकों की मांग – निष्पक्ष जांच हो
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने मांग की है कि इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच कराई जाए और जिन अधिकारियों ने मनमानी करते हुए बिना सूचना सामान जब्त किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई हो। साथ ही, समान नियम सभी वर्गों पर लागू किए जाएं।