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खेलडेस्क/द इंडिया स्पीक्स/ सौरभ सावले
टीम इंडिया ने युवा कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में इंग्लैंड को उसके ही मैदान एजबेस्टन में 336 रनों से करारी शिकस्त देकर नया इतिहास रच दिया है। वह मैदान जो अब तक भारत के लिए एक अभेद्य किला बना हुआ था, वहां पहली बार जीत दर्ज कर शुभमन गिल ने खुद को एक विशेष कप्तान साबित कर दिखाया।
रनों के लिहाज़ से भारत की सबसे बड़ी जीत
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इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज़ से अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की। इससे पहले 2016 में भारत ने वेस्ट इंडीज़ को 318 रनों से हराया था। इस मैच में भारत ने दोनों पारियों में कुल 1014 रन बनाए — जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है।
आकाश दीप का गेदबाज़ी में जलवा
टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरी पारी में इंग्लैंड के 6 बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा। उन्होंने अपने करियर का पहला 5 विकेट हॉल भी हासिल किया। दोनों पारियों को मिलाकर उन्होंने कुल 10 विकेट चटकाए और टीम को जीत की ओर अग्रसर किया। मोहम्मद सिराज ने भी उनका बखूबी साथ निभाया और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में कोई कमी महसूस नहीं होने दी।
शुभमन गिल – बल्ले से भी कप्तानी का लोहा मनवाया
कप्तान शुभमन गिल ने न केवल रणनीति में चतुराई दिखाई, बल्कि बल्ले से भी इतिहास रच दिया। उन्होंने इस मैच में कुल 430 रन बनाए और ‘मैन ऑफ द मैच’ का पुरस्कार अपने नाम किया। उनकी इस अभूतपूर्व पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और जीत सुनिश्चित की।
टीम इंडिया का साझा योगदान
इस ऐतिहासिक जीत में लगभग हर भारतीय खिलाड़ी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मैच के पांचवें दिन जब बारिश ने खलल डाला, तब लगा कि शायद परिणाम नहीं निकलेगा, लेकिन जैसे ही मौसम साफ हुआ, भारतीय गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड को मैच में कभी हावी नहीं होने दिया।
58 वर्षों का इंतज़ार हुआ खत्म
यह जीत इसलिए भी विशेष रही क्योंकि भारत को एजबेस्टन के मैदान पर 58 साल बाद पहली जीत हासिल हुई है। इससे पहले भारत ने इस मैदान पर खेले गए 8 टेस्ट मैचों में से 7 हारे थे और 1 ड्रॉ रहा था। इस ऐतिहासिक जीत के साथ शुभमन गिल ऐसे पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं जिन्होंने एजबेस्टन में भारत को जीत दिलाई — वह काम जो कपिल देव, सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे दिग्गज कप्तान भी नहीं कर पाए।