सीसीटीएनएस और मेडलेपर पोर्टल की जानकारी में अंतर पर जताई चिंता, एक सप्ताह में बैकलॉग खत्म करने के निर्देश
खरगोन, 13 अगस्त 2025 — जिला कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने जिले के सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) की रिपोर्टिंग केवल मेडलेपर पोर्टल पर ही करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब से कोई भी हस्तलिखित एमएलसी स्वीकार नहीं की जाएगी।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि एमएलसी अपराध जांच और न्यायिक प्रक्रिया की रीढ़ हैं, इसलिए इसकी रिपोर्टिंग में कोई लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने सभी बीएमओ को निर्देश दिए कि वे अपने अधीनस्थ चिकित्सा अधिकारियों के लिए मेडलेपर पोर्टल की लॉगिन आईडी तत्काल तैयार कराएं।
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पुराने केस फ्रीज़ करें, ई-साइन कर भेजें सीसीटीएनएस पर
कलेक्टर ने बताया कि पुलिस के सीसीटीएनएस पोर्टल और स्वास्थ्य विभाग के मेडलेपर पोर्टल में दर्ज एमएलसी मामलों की संख्या में मेल नहीं है, जो गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी पुराने एमएलसी प्रकरण, जो अब तक ऑनलाइन दर्ज नहीं किए गए हैं, उन्हें तुरंत फ्रीज़ कर ई-साइन करें और सीसीटीएनएस पोर्टल पर भेजा जाए।
“बिना सीसीटीएनएस नंबर के अब कोई भी एमएलसी मान्य नहीं होगी। एक सप्ताह के भीतर सभी लंबित प्रकरणों का बैकलॉग समाप्त करें।” — कलेक्टर भव्या मित्तल
थाना प्रभारियों और चिकित्सा अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय के लिए बीएमओ को वॉट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही, मेडलेपर पोर्टल के उपयोग में आ रही तकनीकी समस्याओं पर चर्चा कर उनका त्वरित समाधान भी सुनिश्चित किया गया।
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