📍 सासाराम से पटना तक 1300 किमी का सफर, 16 दिनों की यात्रा में लोकतांत्रिक अधिकारों की हुंकार
पटना, 17 अगस्त 2025। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज बिहार के सासाराम से अपनी महत्वाकांक्षी “वोट अधिकार यात्रा” की शुरुआत की। इस अभियान में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव भी साथ मौजूद रहे। यह यात्रा कुल 16 दिनों तक चलेगी और लगभग 1,300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ होगा।
🎯 यात्रा का उद्देश्य: लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा
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राहुल गांधी ने इस यात्रा को लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई बताते हुए कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के नाम पर लाखों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने का खतरा है।
उन्होंने कहा –
“यह यात्रा सिर्फ कांग्रेस या महागठबंधन की नहीं है, यह हर उस नागरिक की लड़ाई है जो अपने वोट के अधिकार को बचाना चाहता है।”
🤝 तेजस्वी यादव की भागीदारी: महागठबंधन की एकजुटता
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस यात्रा को महागठबंधन की एकता का प्रतीक बताया और अभियान के लिए एक गीत भी लॉन्च किया है। उन्होंने जनता से इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।


🛣 यात्रा का रूट और कार्यक्रम
प्रारंभ स्थल: सासाराम (17 अगस्त)
अवधि: 16 दिन
दूरी: 1,300 किमी
जिले: बिहार के 20 से अधिक जिले
समापन: गांधी मैदान, पटना (1 सितंबर)
🗳 राजनीतिक संदेश और असर
🎯 यात्रा का उद्देश्य: लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा
राहुल गांधी ने इस यात्रा को लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई बताते हुए कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के नाम पर लाखों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने का खतरा है।
उन्होंने कहा –
“यह यात्रा सिर्फ कांग्रेस या महागठबंधन की नहीं है, यह हर उस नागरिक की लड़ाई है जो अपने वोट के अधिकार को बचाना चाहता है।”
🤝 तेजस्वी यादव की भागीदारी: महागठबंधन की एकजुटता
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस यात्रा को महागठबंधन की एकता का प्रतीक बताया और अभियान के लिए एक गीत भी लॉन्च किया है। उन्होंने जनता से इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।
🛣 यात्रा का रूट और कार्यक्रम
प्रारंभ स्थल: सासाराम (17 अगस्त)
अवधि: 16 दिन
दूरी: 1,300 किमी
जिले: बिहार के 20 से अधिक जिले
समापन: गांधी मैदान, पटना (1 सितंबर)
🗳 राजनीतिक संदेश और असर
राहुल गांधी की यह यात्रा आगामी विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन (INDIA bloc) की एक बड़ी रणनीति मानी जा रही है।
विश्लेषकों के अनुसार यह यात्रा:
मतदाता अधिकारों के मुद्दे को केंद्र में लाने की कोशिश है,
कांग्रेस और RJD के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की रणनीति है,
बीजेपी-जेडीयू के खिलाफ जनमत तैयार करने की कवायद है।
यह यात्रा राहुल गांधी की बिहार में सक्रियता का संकेत भी है और तेजस्वी यादव की विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने की योजना का हिस्सा भी।
मतदाता अधिकारों के मुद्दे को केंद्र में लाने की कोशिश है,
कांग्रेस और RJD के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की रणनीति है,
बीजेपी-जेडीयू के खिलाफ जनमत तैयार करने की कवायद है।
यह यात्रा राहुल गांधी की बिहार में सक्रियता का संकेत भी है और तेजस्वी यादव की विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने की योजना का हिस्सा भी।